Holistic empowe ethica imperatve through client focuseds customer service disnctve incubate best of breed solutons
download Pdf28मई माहवारी स्वच्छता दिवस। patna की वरिष्ठ चिकित्सक Dr.Manju Geeta Mishra के अस्पताल M.G.M HOSPITAL में #Nav Astitwa Foundation की ओर से उनके मरीजों और उनके नर्सिंग स्टाफ के साथ #माहवारी#स्वच्छता#दिवस मनाया गया और उन्हें इस विषय पर जागरूक करने के साथ ही साफ़ कपड़े का पद कैसे घरों में ही बनाया जा सकता है इसकी जानकारी दी गयी ताकि पर्यावरण संरक्षण के साथ पीरियड्स को भी आसानी से मैनेज किया जा सके। कल हर किसी ने इस दिन को अपने अंदाज में मनाया।बहुत बातें हुईं।ज़ोरदार तरीके से हुईं पर सबसे सुखद एवं आश्चर्य ये देखकर लगा कि पहली बार महिलाओं के इस संवेदनशील मुद्दे पर महिलाओं से ज्यादा पुरुषों ने बात की।स्त्रियों के लिए पुरुषों का सोचना वो भी एक ऐसे विषय पर जिसके बारे में उन्हें बचपन से ही दूर रहने की सलाह दी जाती रही है।कल हमारी मुलाकात भी ऐसी कई महिलाओं से हुई जो काफ़ी पढ़ी लिखी हैं, बड़े पदों पर हैं लेकिन पीरियड्स में बाल3 दिनों के बाद ही धोती हैं, पूजा घर के पास तक नहीं जाती हैं, अचार छूने से डरती हैं, पौधों में पानी डालने से भी परहेज करती हैं, उन 5 दिनों में अपने बीएड पर नहीं सोती हैं, सोमवार या गुरुवार को बाल धोने से घबराती हैं वहीं पुरुष वर्ग इन बातों को बिल्कुल नहीं मानता।उनकी इतनी भागीदारी ही इस बात का प्रमाण है कि माहवारी जैसे विषय को धर्म से जोड़कर देखने के चश्मे को अब उतारने की जरूरत है।यह एक शारिरिक प्रक्रिया है जो एक लड़की को स्त्रीत्व की ओर ले जानेवाली पहली सीढ़ी है।अगर हम भगवान में यकीन रखते हैं मातृत्व सुख के लिए भगवान के द्वारा दिया गया सबसे खूबसूरत तोहफा है फिर भगवान इसे# अशुद्ध, #अलग,#गंदा,कैसे बना सकते हैं।पुरुषों की नहीं महिलाओं की मानसिकता बदलने की जरूरत है।